बीते दिनों की कुछ दास्ताँ बताना चाहता हूँ
नोकझोक और दोस्ती का किस्सा बताना चाहता हूँ।🥰
माधुरी मेम का वो स्टेशन तक छोड़ के आना,
मन मे खुद के जाने का मलाल आना।
उनके साथ एक चाय की चुस्की,
फिर जाके दूर हुई वतन सुस्ती।।🫰🏽🫰🏽
सफ़ेद चादर में वो रिल्स की मस्ती,
हमारी ट्रैन वो गरीब रथ सस्ती।🚆
विकास का एक बार फिर मुह फुला लेना,
मस्ती में सब आफिस की बाते भुला देना।😒
नए लोगो के बारे में मुझे कुछ बताना नही,
लेकिन हमारे लड़को की खुशी का कोई ठिकाना नही।🤪
आबिद और प्रियंका की कुछ पुरानी कहानी,
जय और लोकेश की नोकझोक भी है बतानी।
अपूर्वा और दीपिका की वाव वाली मस्ती,🤗
साहिल ने खरीदी शराब पंजाब से सस्ती।🍻
अब पुष्पेन्द्र के बारे में भी क्या कहना,
बस चश्मा लगाके टशन में रहना।😎
पूरे सफर गुमसुम रहा सिद्धार्थ सरप्राइज़ के चक्कर मे ,
जय पूरे सफर चुप रहा लोकेश के चक्कर मे।
4 बजे उठके अमित सर का पार्किंग में जाना,
भूत वाली कहानी से साहिल का सबको डराना।👽
ग्यारशी और प्रीति की मस्ती भी क्या कहना,
उर्फ वो निधि का सिर दर्द भी क्या कहना।😱
अर्पिता तू तो दोस्ती के मामले में महान है रे।मेरे यार
लोकेश तू तो सफ़र की जान है रे।मेरे यार।।🤝
जय का सफ़र फिर इस बार सुना रहा,
फिर इस बार वो अपने आप को समझता रहा।
नोकझोक मस्ती मज़ाक में ये सफ़र सुहाना रहा,
जाते जाते कमल और अभिषेक को भी धन्यवाद कहना रहा।👍
-वतन
Vatan
October 10, 2023 @ 8:36 am
Nice line